फिल्मकार साजिद खान को हॉउसफुल 4 के दौरान मीटू का सामना करना पड़ा और उन्हें शूटिंग के दौरान फ़िल्म से बाहर कर दिया गया। खबरें आई थी कि हॉउसफुल 4 में पहले नाना पाटेकर भी अहम भूमिका निभाने वाले हैं। तभी तनुश्री दत्ता ने उन पर आरोप लगाया और उन्हें भी फ़िल्म से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
साजिद खान ने 2006 की फ़िल्म ‘डरना ज़रूरी है’ से निर्देशन का सफर शुरू किया था। उसके बाद उनकी हे बेबी और हॉउसफुल सुपरहिट साबित हुई। डरना ज़रूरी है के बाद से साजिद ने पांच फिल्में निर्देशित की और सभी के नाम ‘ह’ (H) से ही शुरू होते हैं और सभी फिल्मों में रितेश देशमुख ने भी काम किया है। बॉलीवुड की मशहूर नृत्य निर्देशक और फ़िल्म निर्देशक फराह खान उनकी बड़ी बहन हैं। दोनों के माता-पिता का तलाक हो गया था तभी से दोनों को जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ा।
साजिद खान ने एक शो में खुलासा किया था कि उनकी मां मेनका ईरानी (Menaka Irani) उन्हें बहुत महंगे स्कूल में पढ़ाती थी जहां 200 रुपया महीना फीस हुआ करता था। वे महंगे स्कूल में पढ़ते थे लेकिन छोटे से चॉल में रहते थे। स्कूल के दिनों में उन्होंने क्लास में चोरी करना शुरू कर दिया था। वे अपने सहपाठियों के पेंसिल, पेन, रबर इत्यादि चीजें चुराने लगे थे। खुलासा करते हुए साजिद ने दर्शकों को कहा कि, “ये गलत काम है लेकिन उस दौर में मैं कुछ ऐसे बच्चों की संगत में आ चुका था कि ये सहीं लगता था।”
क्लास में चोरी करने से साजिद को बल मिला और उन्होंने लोगों से पैसे ऐंठने का नया तरीका सीख लिया। साजिद और उनके दोस्तों ने पाया कि लोगों को डोनेशन फॉर्म दिखाकर दान मांगो तो वे हँसी खुशी देते हैं। लोगों को लगता है कि वे पुण्य का काम कर रहे हैं। साजिद और उनके कुछ दोस्तों ने मिलकर ऐसे ही डोनेशन फॉर्म दिखाकर चंदा इकट्ठा करना शुरू किया। कुछ लोग कम पैसे और कुछ लोग बहुत ज्यादा पैसे दिया करते थे।
साजिद अन्य बच्चों की तरह उन पैसों से अय्याशी नही करते थे बल्कि वे अपने घर में चुपके से राशन भरते थे। और मम्मी के द्वारा पूछे जाने पर कहते कि वे समान किसी चीज़ में फ्री मिले है या लॉटरी में मिले हैं। साजिद जब 14 के थे तब उनके पिता की मृत्यु हो गई। तब उन्हें समझा आया कि वे गलत कर रहे हैं। उन्होंने गलत काम करना छोड़ दिया और अपनी खासियत से पैसा बनाना शुरू किया।
साजिद खान बचपन से लोगों को हंसाने में उस्ताद रहे थे। उन्होंने अपने उसी गुण के सहारे पहले 1 रुपये से 10 रुपये कमाए। फिर उन्होंने कॉलेज में होस्ट आदि का काम शुरू किया। वहां उन्होंने हज़ारों में कमाना शुरू किया। डीडी नेशनल के एक शो में प्रोग्राम होस्ट करने के लिए उन्हें प्रति एपिसोड 10,000 रुपये मिलते थे। इस तरह वे अपनी कॉमेडी से ही लोगों के बीच मशहूर हुए। जल्द ही वे बड़े पर्दे पर किसी नई कॉमेडी फिल्म के ज़रिए वापिस करने जा रहे हैं।
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