दुनिया में सिर्फ एक ऐसी चीज़ है जो हमसे कोई भी छीन नहीं सकता, और वो है हमारा टैलेंट. बॉलीवुड में भी ऐसे कई स्टार्स हैं जिनमें ऐक्टिंग का टैलेंट कूट-कूट कर भरा है. कई ऐसे कलाकार हैं जो बिना किसी समर्थन या किसी गॉडफादर के, बॉलीवुड इंडस्ट्री में अभी तक अपना पैर जमाए हुए हैं. और ये सब इनकी मेहनत और लगन से ही सम्भव हो पाया है. इतना ही नहीं, हम ये भी देखते हैं कि कुछ अभिनेता स्टार किड्स से बेहतर कलाकार हैं. आइए जानते हैं कुछ ऐसे कलाकारों के बारे में जिन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में बिना किसी गॉडफादर के अपनी जगह खुद बनाई.
गोविंदा
जिस वक़्त बॉलीवुड में स्टार किड्स का दबदबा था. उस समय बिना किसी गॉडफादर के गोविंदा ने अपनी पहचान खुद बनाई. अपने अलग अंदाज, कॉमेडी टाइमिंग और डांस स्टेप्स की वज़ह से गोविंदा आज भी लाखों दिलों पर राज कर रहे हैं. आपको बता दें कि फ़िल्मों में आने से पहले गोविंदा चॉल में रहते थे. चौल से आलीशान महल का सफर भी उतना आसान नहीं था.
अक्षय कुमार
“सम्राट पृथ्वीराज, वेलकम , बच्चन पांडे” जैसी हिट फ़िल्में देने के बाद अक्षय कुमार आज भी उसी एनर्जी के साथ अपनी जगह बनाए हुए हैं. बॉलीवुड में उन्हें “खिलाड़ी” के नाम से जाना जाता है.
फ़िल्मों में आने से पहले वो एक होटल में काम करते थे. अभिनेता को उनके स्ट्रगल के दौरान काफी लोगों ने कहा कि वो एक्टिंग नहीं कर पाएंगे. लेकिन खिलाड़ी भैया ने किसी की एक नहीं मानी. उसी दौरान उन्हें एक साथ पांच फ़िल्मों में बतौर हीरो साइन किया गया. हाल ही में उनकी फैमली फिल्म रक्षाबन्धन रिलीज हुई थी.
सुशांत सिंह राजपूत
सुशांत ना केवल एक बेह्तरीन कलाकार थे बल्कि पढाई में भी हमेशा अव्वल रहे. उन्होंने हमेशा ही एक ऐक्टर बनने का सपना देखा और उसे सच कर दिखाया. सुशांत ने एकता कपूर के डेली सोप शो ‘पवित्र रिश्ता’ से अपने ऐक्टिंग करिअर की शुरुआत की. मानव का किरदार लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ.
बाद में सुशांत ने फ़िल्मों की ओर अपना रुख मोड़ लिया. “काई पो चे!” के साथ डेब्यू किया, इसी फिल्म ने उन्हें कई अवार्ड भी दिलवाएं. इसके बाद “शुद्ध देसी रोमांस”, “पीके” और “डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी”, “एमएस धोनी” जैसी हिट फ़िल्में दीं. हालांकि सुशांत अब हमारे बीच नहीं रहे पर आज भी यूथ की जुबान पर सुशांत का नाम बरकरार है.
राजकुमार राव
बॉलीवुड में राजकुमार के सफर की शुरुआत “लव, से’क्स और धोखा ” में आदर्श के रूप में हुई थी, जो दिबाकर बनर्जी के निर्देशन में बनीं. इसके बाद कुछ समय तक उन्होंने कोई फिल्म नहीं की. बाद में,” रागिनी एमएमएस, गैंग्स ऑफ वासेपुर, तालाश, काई पो चे!, स्त्री हिट फ़िल्में देकर इंडस्ट्री को हिला दिया. जानकारी के लिए बता दें कि उनकी एक फिल्म” न्यूटन ” भारतीय ऑस्कर में चयनित भी हो चुकी है.
कार्तिक आर्यन
” प्यार का पंचनामा ” में 4 मिनट का डायलॉग एक टेक में देने वाले कार्तिक ने पूरे यूथ को हिलाकर रख दिया. इंजीनियरिंग के दौरान कार्तिक अपनी क्लास को छोड़ ऑडिशन में भाग लेने जाया करते थे.
कॉलेज के तीसरे ही साल में कार्तिक को अपनी पहली फिल्म प्यार का पंचनामा मिली. जिसमें उन्होंने दर्शकों की जमकर वाह वाही लूटी. तब कार्तिक एक अपार्टमेंट में रहते थे. बाकी लोगों के लिए खाना बना कर ऑडिशन के लिए पैसे जमा करते थे. अपनी मेहनत और लगन से आज कार्तिक बॉलीवुड का जाना माना सितारा बन चुके हैं.
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