हाल ही में खबर आई है कि फेमस सिंगर जस्टिन बीबर को फेस पैरालिसिस का सामना करना पड़ रहा है। उनके चेहरे का एक हिस्सा ज़रा भी हिल नही पा रहा है। उन्हें बोलने के साथ-साथ एक आँख के साथ भी समस्या आ रही है। अपने साथ आई इस समस्या के कारण उन्हें कई शोज रोकने पड़ रहे हैं। उन्होंने खुद सोशल मीडिया एकाउंट के माध्यम से वीडियो शेयर करते हुए कहा कि अब थोड़ा ठहरने का वक़्त आ गया है।
यह पहली बार नही है जब अपने करियर के चरम में किसी सितारे को इस गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले भारत के शानदार अभिनेता अनुपम खेर को इस बीमारी का सामना करना पड़ा था। अनुपम खेर सभी तरह के रोल आसानी से कर लेते हैं। वे जहां एक ओर कॉमेडी से हंसा हंसा कर लोटपोट कर देते हैं वहीं सारांश जैसी फ़िल्म में दर्शकों को रोने पर मजबूर कर देते हैं। उनकी पिछली फिल्म द कश्मीर फाइल्स ने बॉलीवुड को हिला के रख दिया था।
उस वक़्त करियर के शिखर पर थे अनुपम
बात है 1993-94 की। उन दिनों अनुपम खेर साल में 10 से भी ज्यादा फिल्मों में काम करते। व्यस्तता इतनी कि कभी पता भी नही चलता उनकी कौन सी फ़िल्म कब आयी और कब गई। सभी प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स को अपनी फिल्म के सपोर्टिंग कास्ट में एक बंदा चाहिए होता, वो थे अनुपम खेर। अनुपम से आप कुछ भी करवा सकते हैं।
उन दिनों 150 फिल्में कर चुके अनुपम अपने मित्र अनिल के यहां डिनर पर गए हुए थे। गौरतलब है कि उन्होंने अनिल के साथ राम-लखन और रूप की रानी चोरों का राजा जैसी कई फिल्में की है। अनिल की पत्नी सुनीता ने जब देखा कि अनुपम एक आंख से ब्लिंक नही कर पा रहे हैं, तो वह बात उन्होंने अनुपम और अनिल दोनों को बताई।
जब डॉक्टर ने अनुपम को सब काम छोड़ने को कहा
उस रात अनुपम घर पहुंच गए। सुबह ब्रश करने के दौरान उनको महसूस हुआ कि उनका मुँह ज्यादा खुल नही रहा है और मुँह के एक कोने से पानी बह रहा है। 1993 में यश चोपड़ा के साथ उनकी ‘डर’ रिलीज हुई थी। वे यश चोपड़ा के ऑफिस में थे। यश साहब को बात बताई की उनका चेहरा एक तरफ शिफ्ट हो रहा है। यश चोपड़ा ने कहा मज़ाक मत करो और तुरंत डॉक्टर के पास जाओ। यशराज ने एक न्यूरोसर्जन का पता बताया और फौरन जाने को कहा। न्यूरोसर्जन ने उन्हें देखते ही कहा कि दो-तीन महीने के लिए सबकुछ छोड़ दें।
अनुपम ने लिया चौंकाने वाला निर्णय
अनुपम डॉक्टर की क्लीनिक से निकलने के बाद हम आपके हैं कौन के सेट की तरफ चल पड़े। जब उन्होंने पीने के लिए पानी मांगा तो उनके असिस्टेंट ने स्ट्रॉ डालकर दिया। वह बेहद सेंसेटिव था। अनुपम ने सोचा कि अगर आज वे इस फेस पैरालिसिस से डर गए तो जीवन भर डर डर के जिएंगे। उन्होंने निर्णय लिया कि वे इस चुनौती का सामना करेंगे। उस दिन ‘हम आपके हैं कौन’ फ़िल्म का अंताक्षरी वाला सीन फिल्माया जाना था।
‘हम आपके हैं कौन’ फ़िल्म के इस सीन में नही है एक भी क्लोजप शॉट
फिल्मिस्तान में लगे मूवी सेट पर पहुंचकर वे सलमान और माधुरी से लड़खड़ाती जबान में बात करने लगे। दोनों सुपरस्टार्स को लगा कि अनुपम मज़ाक कर रहे हैं। बाद में उन्होंने बड़जात्या सहित सभी लोगों को अपने सिचुएशन के बारे में बताया और कहा कि वे इस हालत में भी शूटिंग करने को तैयार हैं। उस सीन में अनुपम खेर का एक भी क्लोजप नही लिया गया। एक सीन के लिए अनुपम जी का सीक्वेंस बदलकर उन्हें शोले का वह सीन दिया गया जिसमें धर्मेंद्र दारू पीकर टंकी पर चढ़ जाते है।
अनुपम की यह कहानी बेहद प्रेरणदायक है। लोग इससे सीख सकते हैं कि जब समस्याएं आये तो उनका सामना करना चाहिए ना कि अपने हथियार डाल देना चाहिए। आज भी हम आपके हैं कौन फ़िल्म का वह सीन याद किया जाता है। अनुपम खेर ने अपना इलाज करवाया और फिल्मों के लिए मीटिंग और स्क्रिप्ट सेशन भी करते रहे। आज अनुपम खेर हॉलीवुड के कई प्रोजेक्ट्स भी कर चुके हैं।
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